पित्त की पथरी का इलाज | treatment for gallstones

आज हम जानेंगे पित्त की पथरी क्या है?( treatment for gallstones ) इसके कारण लक्षण ओर इलाज के बारे में तो आर्टिक्ल को पूरा पढ़े

पित्त की पथरी (Gallstones) पित्ताशय (Gallbladder) में कठोर कणों का निर्माण है पित्ताशय जो कि पेट के दाहिने हिस्से में होता है पित्त को इकट्ठा करने और उसे आंतों में आवश्यकतानुसार छोड़ने का कार्य करता है जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल या पिगमेंट से बने कण जमा हो जाते हैं, तो ये पथरी का रूप ले लेते हैं

कोलेस्ट्रॉल का अधिक होना
पित्त में अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा होने से पथरी बन सकती है

वृद्धावस्था
उम्र बढ़ने के साथ पित्ताशय में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है

हॉर्मोनल बदलाव
महिलाओं में गर्भावस्था ओरल कंट्रासेप्टिव पिल्स का उपयोग या हार्मोनल असंतुलन के कारण पित्त की पथरी बन सकती है

जन्मजात कारण
कुछ लोग प्राकृतिक रूप से पित्ताशय में पथरी बनने की प्रवृत्ति रखते हैं

अधिक मोटापा
ज्यादा वजन और अधिक फैट वाली डाइट से भी पित्त की पथरी बन सकती है

रोजमर्रा की खराब खानपान आदतें
ज्यादा तला-भुना और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थ पित्ताशय में पथरी के बनने के कारण हो सकते हैं

संतुलित आहार की कमी
फाइबर की कमी और ज्यादा मीट या तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन पित्त की पथरी का कारण बन सकता है

दाहिनी ओर पेट में दर्द
यह दर्द अक्सर भोजन के बाद बढ़ता है खासकर तैलीय खाद्य पदार्थ खाने से

पेट में अपच और गैस की समस्या
पेट में भारीपन गैस या अपच जैसी समस्याएँ हो सकती है

मतली और उल्ट
पित्त की पथरी के कारण उल्टी या मतली का अनुभव हो सकता है

पित्ताशय में सूजन
अगर पित्ताशय में सूजन हो तो यह तेज़ दर्द का कारण बन सकता है

पीलिया
पित्त की पथरी के कारण लीवर में अवरोध आ सकता है जिससे त्वचा और आंखों में पीलापन आ सकता है

सिरदर्द और बुखार
गंभीर संक्रमण होने पर बुखार और सिरदर्द भी हो सकते हैं

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नींबू और जैतून का तेल

नींबू और जैतून का तेल पित्ताशय को साफ करने में मदद करता है
एक चम्मच जैतून के तेल में आधे नींबू का रस डालकर नियमित रूप से सुबह खाली पेट सेवन करें

हल्दी
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पित्ताशय की सूजन को कम करने में मदद करते हैं
एक चम्मच हल्दी को गुनगुने पानी के साथ सुबह सुबह पीने से लाभ हो सकता है

सेब का सिरका
सेब का सिरका पित्ताशय के कार्य को ठीक करता है और पथरी के आकार को कम करने में मदद करता है
एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर रोजाना सेवन करें

धनिया
धनिया पत्तियों में पित्ताशय की पथरी को तोड़ने की क्षमता होती है
धनिया पत्तियों का पेस्ट बनाकर दिन में एक बार खाएं।

पानी का सेवन बढ़ाए
अधिक पानी पीने से पित्ताशय से हानिकारक तत्व बाहर निकलने में मदद मिलती है और पथरी बनने की संभावना कम होती है।

आंवला
आंवला पित्ताशय को स्वस्थ रखने में मदद करता है आंवला पाउडर को शहद के साथ सुबह खाली पेट सेवन करे

विभिन्न जड़ी-बूटियाँ
गिलोय बहेड़ा और त्रिफला जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ पित्त की पथरी को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करती हैं।

दवाइयाँ
पित्त की पथरी को घटाने के लिए कुछ दवाइयाँ दी जाती हैं जैसे ursodeoxycholic acid (UDCA) जो पथरी को छोटे आकार में बदलने की कोशिश करती हैं

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
पित्ताशय की पथरी के इलाज में सबसे सामान्य तरीका पित्ताशय की सर्जरी है जिसे “लैप्रोस्कोपिक कोलेट्सेक्तोमी” कहा जाता है। इसमें पित्ताशय को हटाया जाता है

शॉक वेव थेरेपी (ESWL)
यह पद्धति शॉक वेव्स के माध्यम से पथरी को तोड़ने के लिए उपयोग की जाती है।

नोट

नोट: यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले, कृपया अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें। हम किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह या उपचार की पुष्टि नहीं करते हैं।”

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